मेडिकल उम्मीदवारों की उम्मीद है कि कम NEET स्कोर के साथ विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score की पढ़ाई करेंगे। भारत की तरह समान MBBS Abroad with Low NEET Score डिग्री देने वाले विदेशी मेडिकल स्कूलों के बारे में अधिक जानें।
MBBS Abroad with Low NEET Score: भारत में हर साल हजारों विद्यार्थी NEET UG परीक्षा देते हैं, ताकि चिकित्सा में प्रवेश पा सकें। हालाँकि, भारतीय मेडिकल कॉलेजों में बहुत अधिक प्रतिस्पर्धा है और सीटें सीमित हैं, हर किसी का स्कोर इतना अच्छा नहीं होता कि वह सीट सुरक्षित कर सके। चिकित्सा का अध्ययन करना चाहते हैं और NEET UG में कम अंक प्राप्त करते हैं, तो यह पहुंच से बाहर हो सकता है।
हालाँकि, अच्छी खबर यह है कि कम NEET स्कोर के साथ विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score करना एक उपयुक्त विकल्प है। यह अवसर छात्रों को भारत में मेडिकल स्कूलों से भारी प्रतिस्पर्धा और भारी खर्च के बिना डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने का अवसर देता है।
MBBS in India Overview
भारत में डॉक्टर बनने के लिए प्रतिस्पर्धी प्रवेश परीक्षाओं (NEET UG) और बहुत अधिक समय और पैसा खर्च करने की जरूरत है। भारत में MBBS Abroad with Low NEET Score का व्यापक विश्लेषण यहां दिया गया है।
MBBS in India Overview | |
Parameter | Description |
Course Name | Bachelor of Medicine, Bachelor of Surgery (MBBS) |
Duration | Typically 5.5 years (including 1 year of mandatory internship) |
Total Seats | Approximately 100,000 to 120,000 across India |
Competition | Extremely High; approximately 23 lakh aspirants in 2024 |
Overall Budget | Depending on the college (private vs. government), tuition alone could cost anything from ₹10 lakh to ₹1 crore. Some private colleges also ask for donations. |
Examination | National Eligibility cum Entrance Test (NEET) |
Admission Process | NEET score-based centralized counseling for government seats and direct admission to numerous private colleges (With Donation) |
Annual Intake | Once a year |
MBBS in India Statistics
भारत में MBBS Abroad with Low NEET Score प्रवेश के आंकड़े स्पष्ट रूप से कड़ी प्रतिस्पर्धा और सीमित संख्या में सीटें दिखाते हैं। यहां पिछले तीन वर्षों का डेटा दिखाया गया है, जो आवेदकों की संख्या और उपलब्ध सीटों के बीच अंतर को दिखाता है।
MBBS in India Statistics (Approximate) | ||||
Year | Registered Candidates | Total Medical Seats | Government Seats | Private Seats |
2020 | 15.19 lakh | 110,000 | 38,000 | 72,000 |
2021 | 16.8 lakh | 115,000 | 39,000 | 76,000 |
2022 | 18.7 lakh | 120,000 | 40,000 | 80,000 |
2023 | 20.2 lakh | 125,000 | 42,000 | 83,000 |
2024 | 23.5 lakh | 130,000 | 43,000 | 87,000 |
ये आंकड़े एक बड़ी चुनौती को दिखाते हैं; उम्मीदवारों की संख्या लगातार बढ़ रही है, भले ही सीटों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है। इससे काफी प्रतिस्पर्धा होती है, खासकर निजी सीटों से कम कीमत वाले सरकारी सीटों में।
Medical Aspirants with Low NEET Score
नीट परीक्षा में बहुत से विद्यार्थी प्रतिस्पर्धी हैं, खासकर कम स्कोर वाले विद्यार्थी। 2024 में, लगभग 23 लाख विद्यार्थियों ने 130,000 सीटों के लिए प्रतिस्पर्धा की, जिससे यह बहुत प्रतिस्पर्धी हो गया। स्थिति को देखो:
तीव्र प्रतिस्पर्धा— प्रत्येक सीट पर लगभग 18 छात्र प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जिसमें काफी प्रतिस्पर्धा है।
कुछ सरकारी सीटें: निजी कॉलेजों की तुलना में कम लागत होने के कारण, सरकारी सीटें प्राथमिकता में हैं. 43,000 सीटें उपलब्ध हैं।
NEET स्कोर कम करने वालों के लिए चुनौती भारत के कई निजी और सरकारी कॉलेजों में प्रवेश अक्सर 550 से कम स्कोर वाले विद्यार्थियों को मुश्किल होता है। ये छात्र परीक्षा देने वालों का एक बड़ा हिस्सा हैं और आम तौर पर देश में उनके पास बहुत कम विकल्प हैं।
निजी विश्वविद्यालयों की भारी लागत निजी कॉलेजों पर कम स्कोर वाले उम्मीदवार विचार कर सकते हैं, लेकिन पाठ्यक्रम के लिए शुल्क अक्सर ₹50 लाख से ₹1 करोड़ तक हो सकते हैं।
बार-बार प्रयास: कई विद्यार्थी अपने स्कोर में सुधार की उम्मीद में बार-बार एनईईटी देते हैं, जो खर्चीला और मानसिक रूप से थका देने वाला दोनों हो सकता है।
दबाव और थकान छात्रों की समग्र भलाई को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण तनाव और चिंता का मूल कारण अच्छा प्रदर्शन करने का तीव्र दबाव हो सकता है।
विभिन्न बाधाओं के कारण, बहुत से विद्यार्थी कम एनईईटी स्कोर के साथ विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score की पढ़ाई करने पर विचार करते हैं, जहां प्रवेश की शर्तें अधिक लचीली हो सकती हैं और खर्च बहुत कम हो सकता है, भारत के निजी मेडिकल कॉलेजों की तुलना में।
Why Choose MBBS Abroad?
जिन लोगों का एनईईटी स्कोर कम है और उन्हें भारत में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है, उन्हें विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score की डिग्री हासिल करने का विकल्प चुनने से कई फायदे मिलते हैं। यहां प्रमुख कारण दिए गए हैं कि कम NEET स्कोर के साथ विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score की पढ़ाई करना बुद्धिमानी हो सकता है:
सरली योग्यता का मानदंड भारतीय मेडिकल कॉलेजों की तुलना में विदेशों में कई मेडिकल स्कूलों में प्रवेश के नियम अधिक उदार हैं। जिन विद्यार्थियों ने NEET में अच्छे अंक नहीं पाए हैं, उनके लिए यह अवसर प्रदान करता है।
लाभ-प्रभावशीलता: भारत में निजी मेडिकल कॉलेज बहुत महंगे हो सकते हैं, लेकिन बहुत से देशों में MBBS Abroad with Low NEET Score कार्यक्रम मुफ्त हैं। यह मध्यवर्गीय परिवारों से आने वाले विद्यार्थियों के लिए खासकर आकर्षक है।
कोई दान या कैपिटेशन शुल्क नहीं है: विदेश में मेडिकल विश्वविद्यालयों को अक्सर दान या कैपिटेशन शुल्क की आवश्यकता नहीं होती, जिससे प्रवेश प्रक्रिया अधिक सस्ती और पारदर्शी होती है, जो भारत के कई निजी कॉलेजों से अलग है।
विश्वव्यापी प्रदर्शक— विदेश में अध्ययन करने से विद्यार्थी विभिन्न नैदानिक प्रथाओं और वातावरणों से परिचित होते हैं, जो उनके चिकित्सा ज्ञान और कौशल को बढ़ाता है।
शिक्षा का माध्यम: अंग्रेजी विदेशों में अधिकांश मेडिकल स्कूल, जो अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थियों को आकर्षित करते हैं, अंग्रेजी में पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं, जिससे भाषा सीखने में कोई बाधा नहीं है।
कैरियर के अवसरों का विस्तार— अंतरराष्ट्रीय मेडिकल स्कूलों से स्नातकों को अक्सर भारत और पूरी दुनिया में व्यापक कैरियर अवसर मिलते हैं, खासकर यदि वे अपने चुने हुए देशों में आवश्यक लाइसेंस परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं।
सामाजिक विविधता: छात्रों को विभिन्न सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से आने वाले विद्यार्थियों से बातचीत करने का मौका मिलता है, जो उनके दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है और उनका व्यक्तिगत विकास करता है।
MBBS Abroad vs MBBS in India
विभिन्न विकल्पों के बीच अंतर और लाभों को स्पष्ट करने में कम NEET स्कोर के साथ भारत में MBBS Abroad with Low NEET Score की पढ़ाई की एक व्यापक तुलना मदद करती है। निम्नलिखित तालिका में छात्रों के निर्णय को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों की व्यापक तुलना दी गई है:
MBBS Abroad vs MBBS in India | ||
Factor | MBBS in India | MBBS Abroad |
Competition | Extremely high; about 18 candidates per seat | Lower; more seats available relative to the number of international students |
Costs | The cost of tuition at private institutions can range from ₹50 lakh to ₹1 crore, while government colleges are reasonably priced.Typically more economical, with no capitation fees; total expenditures, which include living expenses, may be less | Generally more economical; total costs, including living expenses, can be lower; no capitation fees |
Duration | 5.5 years including internship | Comparable, but varies per nation; some offer six-year programs with internships |
Admission Criteria | High NEET scores required; strict selection criteria | More lenient, often based on basic NEET scores. Just need to qualify with minimum cut off marks. |
Quality of Education | High standards with rigorous training | Varies by country and institution; some countries offer high-quality education recognized globally |
Global Recognition | degrees that are commonly accepted in India and certain other nations | Degrees from foreign countries are globally recognized and allow practice in various nations |
Exposure | Limited to the Indian healthcare system | extensive familiarity with a range of healthcare systems and procedures |
Language | Courses taught in English and local languages | primarily in English, making it usable for students from other countries |
Cultural Experience | Predominantly Indian cultural environment | Extensive and varied cultural encounters abroad |
Countries Offering MBBS with Low NEET Score
भारत के निजी मेडिकल कॉलेजों की तुलना में विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score डिग्री हासिल करने का अवसर कई देशों में छात्रों को मिलता है। यहां विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score की पढ़ाई के लिए कुछ लोकप्रिय स्थानों और पूरे पाठ्यक्रम के लिए अनुमानित बजट दिखाया गया है:
Countries Offering MBBS Degrees Abroad | ||||
Country | Total Budget (INR) | Duration | Medium of Instruction | Recognition |
Russia | 25 to 35 lakh | 6 years | English | WHO, MCI |
Kazakhstan | 18 to 25 lakh | 5 years | English | WHO, MCI |
Kyrgyzstan | 15 to 20 lakh | 5 years | English | WHO, MCI |
Uzbekistan | 20 to 30 lakh | 6 years | English | WHO, MCI |
Georgia | 30 to 40 lakh | 6 years | English | WHO, MCI |
Philippines | 25 to 35 lakh | 6 years | English | WHO, MCI, USMLE |
ये देश विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं, जो न केवल भारत के कई निजी मेडिकल कॉलेजों की तुलना में कम एनईईटी स्कोर देते हैं, बल्कि अंग्रेजी में पाठ्यक्रम भी देते हैं, जिससे विदेशी छात्रों को फायदा होता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) सहित प्रमुख चिकित्सा परिषदों ने इन देशों की डिग्रियों को मान्यता दी है. यह सुनिश्चित करता है कि योग्यताएं भारत और अन्य देशों में अभ्यास के लिए मान्य हैं और संबंधित लाइसेंस पास करने के अधीन हैं। परीक्षा
How to Apply for MBBS Abroad?
विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score कार्यक्रम के लिए आवेदन करना कठिन लग सकता है, लेकिन सही मार्गदर्शन मिलने पर प्रक्रिया सरल हो सकती है। यहां आपको आवश्यक कदम बताए गए हैं, साथ ही AcadFly, एक सेवा जो विद्यार्थियों को आवेदन करने में मदद करती है:
अध्ययन और चयन— MBBS Abroad with Low NEET Score पाठ्यक्रम प्रदान करने वाले विश्वविद्यालयों की खोज करके शुरू करें। कुल खर्च, शिक्षा की भाषा, डिग्री की मान्यता और अवधि पर विचार करें।
योग्यता की जांच— सुनिश्चित करें कि आप उन विश्वविद्यालयों में योग्यता मानदंडों को पूरा करते हैं जिनमें आप रुचि रखते हैं। इसमें अक्सर पीसीबी (भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान) के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करना और विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित न्यूनतम NEET स्कोर पाना शामिल है।
दस्तावेज़ीकरण— पासपोर्ट, NEET स्कोरकार्ड, अनुशंसा पत्र, उद्देश्य विवरण और शैक्षणिक प्रतिलेख आवश्यक दस्तावेज़ हैं।
आवश्यकताएँ— AcadFly के साथ साझेदारी करके या विश्वविद्यालयों की आधिकारिक वेबसाइटों के माध्यम से आवेदन करें, जो सही विश्वविद्यालय का चयन करते समय विशेषज्ञ मार्गदर्शन प्रदान करता है और सुनिश्चित करता है कि सभी दस्तावेज़ सही ढंग से संभाले गए हैं।
परीक्षा और साक्षात्कार— कुछ विश्वविद्यालयों को साक्षात्कार या अतिरिक्त प्रवेश परीक्षा की आवश्यकता हो सकती है। CadFly इन मूल्यांकनों की तैयारी के लिए कोचिंग और सामग्री प्रदान कर सकता है।
वीज़ा का आवेदन— एक बार स्वीकृत होने के बाद आपको छात्र वीज़ा के लिए आवेदन करना होगा। AcadFly वीज़ा आवेदन प्रक्रिया में सहायता करता है, सभी आवश्यकताओं को पूरा करता है।
प्रस्थान से पहले तैयारी करना— जिस देश में आप पढ़ रहे हैं, वहां की संस्कृति, स्वास्थ्य सेवा प्रणाली और विद्यार्थी जीवन को समझने के लिए प्रस्थान-पूर्व ब्रीफिंग में भाग लेना महत्वपूर्ण है। AcadFly ये ब्रीफिंग प्रदान करता है जो विद्यार्थियों को अपने नए परिवेश में घुलने में मदद करता है।
यात्रा के बाद मदद— AcadFly आपका हाथ शुरू से ही थामता है और आपकी यात्रा पूरी होने तक आपका हाथ नहीं छोड़ता। AcadFly टीम आपकी MBBS Abroad with Low NEET Score यात्रा के हर चरण में आपकी सहायता करेगी।
छात्र कम NEET स्कोर के साथ विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score के लिए आवेदन प्रक्रिया को सुचारू और कुशलता से पूरा कर सकते हैं, अगर वे इन चरणों का पालन करते हैं और AcadFly जैसी सेवाओं का उपयोग करते हैं।
NEET स्कोर कम होने पर विदेश में MBBS Abroad with Low NEET Score की पढ़ाई करना न केवल एक विकल्प है, बल्कि अवसरों से भरा भी है। भारत के कई इच्छुक डॉक्टरों को MBBS Abroad with Low NEET Score विदेश में कम प्रतिस्पर्धा, कम कठिन प्रवेश और वैश्विक चिकित्सा करियर के अवसरों ने नई उम्मीद दी है। साथ ही AcadFly आपके सपने को विश्वव्यापी चिकित्सा पेशेवर बनने में मदद करता है।